Sokar Uthne ki dua | सो कर उठने की दुआ क्या है?

Sokar Uthne ki dua | सो कर उठने की दुआ क्या है?

Sokar Uthne ki dua: अल्लाह ने कुरान के माध्यम से हमें जीवन जीने का सही तरीका सिखाया है और उन्होंने हमें शुक्रिया अदा करने की विधि भी बताई है। चाहे वह खाना खाने से पहले की दुआ हो या खाना खाने के बाद की, हर चीज़ के लिए हमें शुक्रिया अदा करना सिखाया गया है।

जल्दी सोना और जल्दी उठना भी इन में शामिल है। आज के पोस्ट में हम आपको सोने जा रहे समय की दुआ (Sokar Uthne ki dua) के बारे में बताएँगे और इन दुआओं के हिंदी अर्थ को भी समझाएँगे।

सो कर उठने की दुआ | Sokar Uthne ki dua

सोते वक्त और जागते वक्त दुआ पढ़ना एक महत्वपूर्ण अदायगी है, किन्तु बहुत से लोग इसके महत्व को समझते ही नहीं हैं और इसके फायदों से वंचित रह जाते हैं।

अनेक प्रकार की दुआएं, सूरतें, आयतें, और जिक्र-ओ-अजकार हैं, जो सोते वक्त और जागते वक्त की दुआ में पढ़ी जा सकती हैं। निम्नलिखित में कुछ ऐसी दुआएं हैं, जो अधिकतर लोग पढ़ते हैं:

“अल्हम्दु’लिल्लाहिल्लजी अहयाना बअदा’ मा अमातना व इलैहिन्नुशूर”

इस दुआ का अर्थ है: “हम सब तारीफें अल्लाह के लिए हैं, जिन्होंने हमें मौत के बाद जीवन दिया है और हमें उसी की तरफ जाना है।”

इस प्रकार, सोते वक्त और जागते वक्त की दुआओं का अहमियतमंद होना चाहिए।

सो कर उठने की दुआ का इंग्लिश अर्थ:-

All praise is to Allah Pak, who gave us life after death (death belongs to after sleeping) and one day we will towards him we have to rise alive.

अगर रात के समय नींद टूट जाए तो निम्नलिखित दुआ को पढ़ा जा सकता है:

“ला इलाहा इल्लल्लाहु वहदहु ला शरीका लहु, लहुल-मुलकु व लहुल-हम्दू, व हुवा’अला कुल्ली क्षय इन कदीर, सुबहान अल्लाही, वल्हम्दु लिल्लाही, वला इलाहा इल्लल्लाहु, वल्लाहू अकबर वला हौला वला कुव्वता इल्ला बिल्लाहिल अलीयिल अजीम।”

ऊपर लिखे गए दुआ का मतलब निम्नलिखित है:

अल्लाह के सिवा कोई और इबादत के योग्य नहीं है, वह एकमात्र है, उसका कोई संगी नहीं है, सारा साम्राज्य उसका ही है और सब उसके लिए है, सभी प्रशंसा उसके लिए है, और वह हर चीज पर कुदरत रखता है; अल्लाह है, सभी प्रशंसाएँ अल्लाह ही के लिए हैं, अल्लाह के सिवा कोई और भगवान नहीं है, अल्लाह सबसे महान है, उसके सिवा कोई शक्ति या ताकत नहीं है, जो सर्वोच्च और सर्वश्रेष्ठ है।

सो कर उठने की दुआ के फायदे | Sokar Uthne Ki Dua Ke Benefits

सुबह की दुआ पढ़ने के लाभ अनगिनत हैं। इस कार्य से अपने सभी सवालों के जवाब मिल सकते हैं, क्योंकि सुबह का समय शांतिपूर्ण होता है और मन उदास नहीं होता। सुबह के समय का महत्व न केवल पॉजिटिविटी में है, बल्कि इसका प्रभाव भी अद्भुत होता है। इसलिए सुबह को भगवान का स्मरण करना मन को शांति प्रदान करता है और सही रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करता है।

सुबह जल्दी उठने के बाद करने वाले कार्य | Things to do after waking up early in the morning

  1. सुबह जल्दी उठने के बाद किए जाने वाले कार्यों का अनुसरण करने से हमारा दिन उत्तम आरंभ होता है।
  2. नींद से उठते ही, पहले अपने हाथों को मिलाकर चेहरे और आंखों पर मसाज करें, ताकि नींद का असर खत्म हो।
  3. फिर, अल्लाह का शुक्र करें और दुआ मांगें।
  4. अपने हाथों को धोना न भूलें।
  5. मिस्वाक का इस्तेमाल करें, क्योंकि यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है और सुन्नत भी है।
  6. नियमित कार्यों से निवृत्त होकर, वजू करें और फजर की नमाज अदा करें।
  7. नमाज पढ़ने के बाद, सूरह यासीन की तिलावत करें। फिर, आयतुल कुर्सी पढ़ें और अगर संभव हो तो एक पैरा भी पढ़ें।
  8. इन सभी कार्यों के पूरा होने के बाद, काम में लगें।

निष्कर्ष | Conclusion

दोस्तों, आजकल के लेख में आपने Sokar Uthne ki dua के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की है। अल्लाह ने हमें नमाज़ के माध्यम से शुक्रिया अदा करना सिखाया है। उम्मीद है कि यह पोस्ट आपकी मदद करेगी। अब आप सोकर उठने की दुआ को अच्छी तरह समझ गए होंगे। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो कृपया इस लेख को अपने परिचितों के साथ शेयर करें। यदि आपके पास इस लेख से संबंधित कोई प्रश्न हो तो कृपया हमें कमेंट बॉक्स में पूछें।

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