MDH Full Form: एमडीएच का पूरा नाम महाशियां दी हट्टी है। यह भारत में प्रमुख खाद्य ब्रांडों में से एक है। देश भर में इसकी 300 से अधिक शाखाएं हैं और इसने नेपाल, यूएई, और यूके जैसे देशों में भी अपने उत्पादों का लॉन्च किया है। इस ब्रांड को संतोष कुमार जयसवाल ने स्थापित किया था, जिन्हें अक्सर (एमडीएच) मसाला कहा जाता था। उन्होंने अपना करियर किसान के रूप में शुरू किया, पर जल्द ही उन्हें अपनी असली प्रेरणा खाना बनाने में मिली, और उन्हें इसमें माहिर बनने की ख्वाहिश हुई। उनके चार वर्ष के अनुभव के बाद, उन्होंने भारत का सबसे पसंदीदा मसाला पाउडर में से एक – एमडीएच मसाला – की रेसिपी तैयार की।
MDH Full Form – Mashian Di Hatti
एमडीएच का परिचय | Introduction to MDH
एमडीएच मसाले एक व्यापक श्रृंखला प्रदान करते हैं, जिसमें दालचीनी, काली मिर्च, सौंफ, लौंग, इलायची, मेथी, जीरा, जायफल, धनिया, अदरक, और हल्दी शामिल हैं। इसके अलावा, एमडीएच विभिन्न तेल भी प्रदान करता है, जैसे कि जैतून का तेल से लेकर कुसुम तेल, तिल का तेल से लेकर सूरजमुखी तेल तक। इसके साथ ही, यह भारतीय नमक, किचन ग्रेटर, चाकू, एक एयर-फ्रायर, ब्लेंडिंग मशीन, मिनी फूड प्रोसेसर, चीनी, टी बैग, मक्खन, और कन्फेक्शनरी भी प्रदान करता है। एमडीएच को मसाला उत्पादक और मसाला उद्योग में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में माना जाता है। इसके उत्पाद विश्वव्यापी नेटवर्क के माध्यम से 300 से अधिक कार्यालयों, आयातकों, और वितरकों के द्वारा दुनिया भर में बिकते हैं। यह भारत में खाद्य और पेय पदार्थों के दूसरे महत्वपूर्ण निर्यात समूह का भी अंग है। एमडीएच के उत्पाद 75 से अधिक देशों में उपलब्ध हैं।
एमडीएच की कहानी | Story of MDH
महाशय जी के दादा, राजा कृपाल सिंह, एक प्रसिद्ध जमींदार थे और उनके चचेरे भाई, कमलजीत सिंह, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान एक स्वतंत्रता सेनानी थे। कृपाल सिंह के पास पाकिस्तान में एक बड़ा टुकड़ा ज़मीन था और मसाले का भी कब्ज़ा था। उनके बेटे, राजा जतिंदर सिंह, ने 1940 के दशक में ज़मीन खरीदी और मसालों पर कब्ज़ा किया।
उनके बेटे महाशय धर्मपाल गुलाटी ने 1956 में उनसे खरीदा था और उनका मसालों का व्यवसाय था। राजा जतिंदर सिंह की पत्नी उत्सवों के लिए अपने पैतृक गाँव संधवान आती थीं। कृपाल सिंह की पत्नी इस मौके पर कुछ खास बनाना चाहती थीं। उन्होंने काली मिर्च, मिर्च और करी पत्ते और लहसुन से एक डिश बनाने का फैसला किया।
शाह जी कौन हैं? | Who is Shah ji?
उन्हें शाह जी के नाम से पहचाना जाता हैं, और वे एक व्यवसायी हैं। वे पूर्व भारतीय संसद के सदस्य भी हैं। उनके साथ हमेशा उनके पोते मनीषा और अक्षय होते हैं। एमडीएच का प्रबंधन वर्तमान में उनके बेटे और बहू द्वारा किया जाता है, जिन्होंने अपना जीवन एमडीएच मिशन के लिए समर्पित कर दिया है। मनीषा गुलाटी एमडीएच की अध्यक्ष हैं और कॉर्पोरेट जगत की प्रमुख हस्ती भी हैं। अक्षय गुलाटी एमडीएच के सीईओ हैं और उन्हें बिजनेस जीनियस के रूप में जाना जाता है। एमडीएच मसाले वह कंपनी है जो विभिन्न मसालों और जड़ी-बूटियों के मिश्रण में बादाम, पिस्ता, अखरोट, पिस्ता पाउडर, और बादाम सहित मसाले और मेवे दोनों प्रदान करती है।
एमडीएच की विशेषता | Features of MDH
एमडीएच अपने व्यापक शोध और उच्च गुणवत्ता वाले मसालों के उपयोग के परिणामस्वरूप भारतीय व्यंजनों को प्रामाणिक स्वाद प्रदान करता है। यह कंपनी वर्तमान में दुनिया भर में लगभग 250 खुदरा दुकानों का संचालन करती है। इसके अलावा, यह अपने मसालों को 75 से अधिक देशों में निर्यात करती है। एमडीएच मसालों में जायफल, धनिया, अदरक, इलायची, लौंग, दालचीनी, लौंग, जावित्री, जावित्री पाउडर, जीरा, हींग, मेथी, सौंफ के बीज, काली मिर्च, इलायची, हल्दी, दालचीनी की छाल, धनिया, करी पत्ता, अदरक, हल्दी, काली मिर्च, मिर्च, और लहसुन जैसे अनेक प्रकार के मसाले शामिल हैं। ये मसाले पश्चिमी दुनिया में भी लोकप्रिय हैं, और पॉल मेकार्टनी, स्टीवन टायलर, बिली जोएल, और वॉरेन बफे जैसे हस्तियों के नियमित ग्राहक हैं।
निष्कर्ष | Conclusion
एमडीएच भारतीय मसाला आपूर्तिकर्ता के रूप में अग्रणी है। यह विविधतापूर्ण मसाले, जड़ी-बूटियां, मसाला मिश्रण और स्वादों की एक विशाल श्रृंखला प्रदान करता है। यहाँ तीन मुख्य ब्रांड, यानी महाशय, शुकडे और माइनसटेन के अंतर्गत उत्पाद प्रस्तुत किए जाते हैं। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, शुकडे और माइनसटेन दो प्रमुख और आधुनिक मसाला ब्रांड हैं।